कुछ ऐसा कर दे मेरे किर्दगार आंखों में | Kuchh Aisa Karde Mere Kirdigar Aankho Me Lyrics
कुछ ऐसा कर दे मेरे किर्दगार आंखों में. Lyrics
اَللّٰھُمَّ صَلِّ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓی اٰلِ مُحَمَّدٍ کَمَا صَلَّیْتَ عَلٰٓی اِبْرَاھِیْمَ وَعَلٰٓی اٰلِ اِبْرَاھِیْمَ اِنَّکَ حَمِیْدٌ مَّجِیْدٌ
اَللّٰھُمَّ بَارِکْ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓی اٰلِ مُحَمَّدٍ کَمَا بَارَکْتَ عَلٰٓی اِبْرَاھِیْمَ وَعَلٰٓی اٰلِ اِبْرَاھِیْمَ اِنَّکَ حَمِیْدٌ مَّجِیْدٌ
तड़प है दिल में तो है इंतजार आंखों में
ये शौके दीद रहे बार-बार आंखों में.
करार आए मेरी बेकरार आंखों में.
*कुछ ऐसा कर दे मेरे किर्दगार आंखों में.
हमेशा नक्श रहे रुए यार आंखों में*
छुपे हैं जुर्म मेरी शर्मसार आंखों में.
सजा का खौफ है इस अश्कबार अंखों में.
अंधेरा छाने लगा बार-बार आंखों में.
वो नूर दे मेरे परवरदिगार आंखों में.
के जलवा कर रहे रुख की बहार आंखों में*
सदा नवाजा है मुझको मेरे तसव्वुर ने
सिमट दिए है सभी फासले तसव्वुर ने
हसीन जलवा दिखाया मुझे तसव्वुर ने
*करम यह मुझ पे किया है मेरे तसव्वुर ने
क्या आज खींच दी है तस्वीरे यार आंखों में*
नजर ना आए तो बेनूर सी है ये आंखें
दिखाई दे तो बड़ी कीमती है ये आंखें
नजारे सारे अगर कर चुरकी है ये आंखें
*उन्हें ना देखा तो किस काम की है ये आंखें
कि देखने की है सारी बहार आंखों में*
लहद में जिस घड़ी सरकार की जियारत हो
जुबां पर नात के अशआर हस्बे आदत हो
वहां जवाब में यह शेर पेशे खिदमत हो
*फरिश्तों पूछते हो मुझसे कि किसकी उम्मत हो
लो देख लो यह है तस्वीरे यार आंखों में*
व्फा की राह में ऐसी कभी डगर आए
मेरे नसीब में खाके कदम अगर आए
मलू गुबाल तो आंखों में ये असर आए
*अजब नहीं के लिखा लोह का नजर आए
वह नक्शे पां का लगालूं गुबार आंखों में
तुफैले पीर अता जाम हो मुझे साकी
तमाम उम्र नशा जाम का रहे बाकी
मचल के इश्क में नगमा सुनाए रजवी
*पिया है जाने मोहब्बत जो आपने नूरी
हमेशा इसका रहेगा खूमार आंखों में*
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